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दुर्लभता सम्‍बंधी परिभाषाऍं , परिभाषा की व्‍याख्‍या, विशेषताऍं , अलोचना कि व्‍याख्‍या सहित



robins ki paribhasha

दुर्लभता सम्‍बंधी परिभाषाऍं  

रोबिन्‍स ने अर्थशास्‍त्र को वैज्ञानिक दृष्टि से प्रस्‍तुत किया है। रोबिन्‍स का नाम प्रमुख रूप से दुर्लभता संबंधित परिभाषित करने वाले अर्थशास्‍त्री में आता है और रोबिन्‍स ने अपनी पुस्‍तक ‘An Essay on the Nature and Singificance of Economic Science’ में निम्‍न प्रकार से परिभाषित किया गया है।


रोबिन्‍स की परिभाषा -  अर्थशास्‍त्र वह विज्ञान है जिसमें साध्‍यों तथा सीमित और वैकल्पिक प्रयोग किये जाने वाले साधनों से संबंधित मानव के व्‍यवहार का अध्‍ययन किया जाता है।


robins ki paribhasha ki vyakhya kijiye

रोबिन्‍स की परिभाषा की व्‍याख्‍या - 

1.   मानव की आवश्‍यकताऍ असीमित है – मानव की आवश्‍यकताए बहुत होती है उनकी कोई सीमा नहीं होती है जैसे ही एक आवश्‍यकता पूरी होते हि दूसरे आवश्‍यकता पैदा हो जाती है और यही जीवन पर्यांत चलता रहता है ।


2.   आवयकताओं की पूर्ति करने के साधन सीमित है – मानव की आवश्‍यकताए अनंत होती है परन्‍तु उस आवश्‍यकताओं को पूरा करने के लिए साधन सीमित होते है  जैसे – धन एवं समय दोनों ही सीमित होते है । साधन सीमित होने के कारण वह सभी आवश्‍यकताओं को पूरा नहीं कर पाता है वह कुछ ही आवश्‍यकताओं को पूरा कर सकता है । इस कारण वह उन आवश्‍यताओं में चुनाव करता है कि कौन सी आवश्‍यता अधिक महत्‍वपूर्ण है और कौन नहीं ।


3.    सीमित साधनों का वैकल्पिक प्रयोग हो सकते है – साधनों का पर्याप्‍त न होने के साथ- साथ उनको वैकल्पिक रूप से प्रयोग किया जाता है जैसे – जमीन पर खेती भी की जा सकती है या उस जमीन पर फैक्‍ट्री भी खुला जा सकता है। मानव जमीन को किस प्रकार से उपयोग करता है इसका चुनाव करने के लिए आर्थिक समस्‍या बनी रहता है ।


4.   आवश्‍यकताओं की तीव्रता (उपयोगिता) अलग- अलग होती है – मनुष्‍य की आवश्‍यकताओं की पूर्ति करने में तीव्रता अलग- अलग होती है । मानव उस आवश्‍यकताओं की पूर्ति पहले करता है जिनकी आवश्‍यता में अधिक तीव्रता होती है।

robins ki paribhasha ki visheshtayen bataiye

रोबिन्‍स की परिभाषा की विशेषताऍ – 

1.      रोबिन्‍स की परिभाषा श्रेणी में विभाजक न होकर विश्लेषणात्‍मक है – रोबिन्‍स ने मनुष्‍य संबंधित क्रियाओं को भौतिक एवं अभौतिक, आर्थिक तथा अनार्थि‍क साधारण एवं असाधरण व्‍यवसायों को श्रेणी से मुक्‍त कर दिया गया है और उन सब क्रियाओं में विश्‍लेषण करके वैज्ञानिक दृष्टि से प्रदान किया गया है । राबिन्‍स ने बताया है कि अर्थशास्‍त्र ने कुछ विशेष प्रकार की मानवीय क्रियाओं का अध्‍ययन नहीं किया गया है । और सभी क्रियाओं से पहले की क्रिया को चुनाव से संबंधित पहलू का अध्‍ययन किया है।


2.      अर्थशास्‍त्र एक मानवीय विज्ञान है – रोबिन्‍स के अनुसार अर्थशास्‍त्र मनुष्‍य की समस्‍त प्रकार कि आर्थिक क्रियाओं का अध्‍ययन करता है चाहे वह समाज के भीतर रहते हो या समाज के बाहर रहते हो । चुनाव की समस्‍या प्रत्‍येक व्‍यक्ति के सामने  उपस्थित रहती है। इस कारण रोबिन्‍स ने अर्थशास्‍त्र को सामाजिक विज्ञान से ऊपर उठाकर मानव विज्ञान के रूप में परिवर्तित कर दिया।


3.      अर्थशास्‍त्र एक वास्‍तविक विज्ञान है – रोबिन्‍स के द्वारा बताया गया अर्थशास्‍त्र एक वास्‍तविक विज्ञान है यह केवल साधनों का अध्‍ययन करता हे तथा इसके साथ लक्ष्‍य के प्रति तटस्‍थ है यह अर्थशास्‍त्री केवल वस्‍तु की स्थिति को बताता है किन्‍तु यह नहीं बताता कि क्‍या सही है और क्‍या गलत है ।


4.      रोबिन्‍स ने अर्थशास्‍त्र का प्रयोग सार्वभौमिक बना दिया है – रोबिन्‍स के अनुसार अर्थशास्‍त्र एक वास्‍तविक विज्ञान होने के कारण समस्‍त समय एवं समस्‍त जगह पर समान रूप से लागू होगा । साध्‍यो की तूलना में साधनों की सीमितता का विचार एक सर्वव्‍यापी सत्‍य है जो कि पूजीवादी एवं साम्‍यवादी दोनों हि देशों में देखने को मिलता है।


robins ki paribhasha ki aalochana kitni hai

रोबिन्‍स की परिभाषा की अलोचना 

    1) अर्थशास्‍त्र का क्षेत्र का अत्‍यधिक वस्‍तृत है -  रोबिन्‍स ने अर्थशास्‍त्र में चुनाव करने में होने वाली समस्‍या कहकर उसके क्षेत्र को ज्‍यादा व‍िस्‍तार कर दिया है । इस प्रक्रिया में वह भी समस्‍याओं को शामिल किया गया है जो कि वास्‍तव में अर्थशास्‍त्र से संबंधित नहीं है । 


    2) अर्थशास्‍त्र उद्देश्‍य के प्रति तटस्‍थ नहीं है - अलोचको के द्वारा बताया गया है रोबिन्‍स ने अर्थशास्‍त्र को केवल वास्‍तवि‍क व‍िज्ञान है जो कि सर्वदा गलत है । जो कि उस व‍िज्ञान से कोई महत्‍व नहीं होता है । मनुष्‍य के व्‍यवहार का तो अध्‍ययन करता लेकिन सही और गलत का  निर्णय बताने में असमर्थ होता है । 


    3) साधन और साध्‍यों के बीच अन्‍तर में स्‍पष्‍ट न होना -  अलोचना कर्ता के अनुसार रोबिन्‍स ने अपन परिभाषा में साधन और साध्‍यों में अन्‍तर स्‍पष्‍ट नहीं किया गया है । जो कि वर्तमान में में साध्‍य है भ‍व‍िष्‍य में साधन बन सकता है ।


    4) अर्थशास्‍त्र केवल व‍िशुद्ध विज्ञान ही नहीं बल्कि‍ कला भी है - रोबिन्‍स ने अर्थशास्‍त्र को केवल एक विशुद्ध व‍िज्ञान बना दिया है । जिसका उद्देश्‍य केवल आर्थिक सिद्धांत बनाना है।  अर्थशास्‍त्र का सिद्धांतों का प्रयोग ऐसा होना चाहिए जिससे की वास्‍तव में लाभ प्राप्‍त किया जा सके ।